🌸 अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर “शासकीय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय, बड़ेडोंगर” में हुआ विशेष आयोजन | PrinshiTech
😍 दिनांक – 11 अक्टूबर 2025
😐 स्थान – शासकीय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय, बड़ेडोंगर
✍️ लेख स्रोत: PrinshiTech.com
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में आज विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में बालिकाओं के प्रति सम्मान, समान अवसर और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देना था।
👩🎓 एक दिन की प्राचार्य बनीं कुमारी भूमिका निषाद
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा कक्षा 12वीं कला वर्ग की छात्रा कुमारी भूमिका निषाद को एक दिन के लिए विद्यालय की प्राचार्य बनने का गौरव प्रदान किया गया।
उनके इस नेतृत्वकारी रोल ने विद्यालय की सभी छात्राओं को यह संदेश दिया कि मेहनत, आत्मविश्वास और शिक्षा के बल पर कोई भी ऊंचाई पाई जा सकती है।
🎉 आयोजित हुई विविध रंगारंग गतिविधियाँ
बालिका दिवस पर विद्यालय परिसर में कई मनोरंजक और प्रेरणादायक गतिविधियों का आयोजन किया गया —
🎨 रंगोली प्रतियोगिता
🖌️ चित्रकला प्रदर्शन
🎵 संगीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
💪 रस्साकसी प्रतियोगिता
इन सभी गतिविधियों में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
🏆 विजेता छात्राओं को मिला सम्मान
कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिताओं में विजेता छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
साथ ही कक्षा 9वीं से 12वीं तक की वे बालिकाएँ जिन्होंने अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था, उन्हें भी सम्मानित किया गया।
यह पहल न केवल छात्राओं के मनोबल को बढ़ाती है बल्कि उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।
👨🏫 कार्यक्रम में शिक्षकों की रही विशेष भूमिका
इस आयोजन में विद्यालय के प्राचार्य श्री श्यामलाल श्रीमाली के मार्गदर्शन में समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी रही।
सभी ने मिलकर बालिका दिवस को यादगार बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
💬 PrinshiTech की ओर से शुभकामनाएँ
PrinshiTech की ओर से विद्यालय परिवार और सभी छात्राओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ!
ऐसे आयोजन समाज में "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के संदेश को और मजबूत करते हैं।
🏫 निष्कर्ष :
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस हमें यह सिखाता है कि हर बालिका में असीम संभावनाएँ छिपी होती हैं।
जरूरत है केवल उन्हें पहचानने और सही दिशा देने की।
बड़ेडोंगर विद्यालय की यह पहल निश्चय ही आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।