ग्राम पंचायत रामाटोला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन:
📅 जारी तिथि: 21 अगस्त 2025
📍 स्थान: शा. उच्च. शाला रामाटोला,
जिला – राजनांदगांव, छत्तीसगढ़
📂 सूचना श्रेणी: शा. उच्च. शाला रामाटोला मे साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम
✍️ लेख स्रोत: Prinshitech.com
ग्राम पंचायत रामाटोला में 20 अगस्त को महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में "बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ" एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम शासकीय हाई स्कूल रामाटोला के प्रांगण में शिक्षकों, विद्यार्थियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि
इस अवसर पर ग्राम पंचायत के सभी सम्माननीय सदस्य मौजूद रहे। प्रमुख अतिथियों में –
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श्री पोषण साहू – ग्राम सरपंच
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श्री कुलेश देवांगन
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श्री केशव वर्मा
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श्रीमती भागीरथी देवांगन
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श्री राधेश्याम कुंजाम
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श्री मनोज देवांगन
साथ ही, डोंगरगढ़ थाने के पुलिस अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए और महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
साइबर ठगी एवं आत्मरक्षा पर महत्वपूर्ण जानकारी
पुलिस प्रशासन की ओर से विद्यार्थियों को साइबर क्राइम और ऑनलाइन ठगी से बचने के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि आजकल डिजिटल युग में ठग विभिन्न माध्यमों से लोगों को निशाना बना रहे हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों और ग्रामीणों को समझाया कि –
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अनजान नंबर या लिंक पर क्लिक न करें।
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OTP, बैंक डिटेल या पिन किसी के साथ साझा न करें।
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सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करते समय सतर्क रहें।
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किसी संदिग्ध कॉल या मैसेज की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
साथ ही, आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए गए, जिससे विशेषकर छात्राएं किसी भी आपात स्थिति में खुद को सुरक्षित रख सकें।
बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ अभियान पर चर्चा
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में बताया गया कि –
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बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने से समाज में समानता और प्रगति संभव है।
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बाल विवाह और लैंगिक भेदभाव जैसी कुरीतियों को खत्म करना हर नागरिक का कर्तव्य है।
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समाज में बेटियों को समान अवसर और सुरक्षित माहौल देने की आवश्यकता है।
विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों ने पुलिस और महिला बाल विकास विभाग की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और प्रश्नोत्तर सत्र में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छात्राओं ने आत्मरक्षा के तकनीकी पहलुओं को समझा, वहीं छात्रों ने साइबर सुरक्षा पर सवाल पूछकर महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की।
ग्राम पंचायत और स्कूल की सराहना
ग्राम पंचायत रामाटोला और शासकीय हाई स्कूल रामाटोला के शिक्षकों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम से गांव के युवाओं में सुरक्षा और शिक्षा के प्रति नई सोच विकसित होगी।
निष्कर्ष
यह कार्यक्रम न केवल साइबर ठगी और अपराध से बचाव की दिशा में एक सशक्त कदम साबित हुआ, बल्कि बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ जैसे सामाजिक अभियान को भी नई गति मिली। इस तरह की पहल से गांव के लोग जागरूक और सशक्त बनेंगे, जो समाज में सकारात्मक बदलाव का मार्ग प्रशस्त करेंगे।