"छत्तीसगढ़ सुशासन त्यौहार" के तहत उरई डबरी, राजनांदगांव में आयोजित शिविर – सेवा, समाधान और समर्पण का उत्सव :-
स्थान: उरई डबरी, डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़
तिथि: [ 26/05/2025 ]
प्रस्तावना:
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सुशासन को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे "छत्तीसगढ़ सुशासन त्यौहार" के अंतर्गत आज उरई डबरी ग्राम पंचायत में एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन की खास बात यह रही कि इसमें प्रशासनिक मशीनरी और जनसमुदाय का सीधा संवाद हुआ, जिससे ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। जिसमे अन्य गाँव के किसान, भाई-बंधु, भी बड़ी संख्या मे उपस्थित थे।
शिविर की प्रमुख झलकियाँ:
🔹 विभागीय सहभागिता:
शिविर में ब्लॉक स्तर के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
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कृषि विभाग: ब्लॉक के किसान अधिकारी एवं किसान मित्रगण
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स्वास्थ्य विभाग: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर व ANM स्टाफ
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खाद्य विभाग: राशन वितरण अधिकारी और सहायक
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शिक्षा विभाग: स्कूल प्राचार्य एवं शिक्षकगण
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पंचायत विभाग व महिला बाल विकास प्रतिनिधि
🔹 समस्याओं का त्वरित समाधान:
ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं को संबंधित अधिकारियों ने गंभीरता से सुना और कई मामलों में मौके पर ही समाधान किया गया। जैसे:
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बंद राशन कार्ड को पुनः सक्रिय करना
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किसानों की फसल बीमा से संबंधित मुद्दे
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बच्चों के एडमिशन और स्कॉलरशिप की जानकारी
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आयुष्मान कार्ड और स्वास्थ्य योजनाओं से वंचित लोगों का पंजीकरण
🔹 बचे हुए कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन:
कुछ समस्याएं जिनमें तकनीकी या प्रक्रियात्मक समय लगता है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा करने का आश्वासन अधिकारियों द्वारा दिया गया।
PrinshiTech का योगदान:
इस आयोजन के समन्वय और तकनीकी सहयोग में प्रिंसिपल टेक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ग्राम स्तर पर डाटा कलेक्शन, शिकायतों का डिजिटल रजिस्ट्रेशन, और समाधान की ट्रैकिंग के लिए तकनीकी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया गया, जिससे कार्य पारदर्शी और त्वरित रूप से संपन्न हो सके।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया:
ग्रामीणों ने सरकार की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि "पहली बार हमारी समस्याओं को इतनी गंभीरता और संवेदनशीलता से सुना गया है।" कई किसानों और महिलाओं ने मंच पर ही अपनी संतुष्टि व्यक्त की और इस आयोजन को "सच्चे अर्थों में सुशासन का उदाहरण" बताया।
निष्कर्ष:
उरई डबरी में आयोजित यह शिविर केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं बल्कि जनता और प्रशासन के बीच विश्वास की नींव है। "छत्तीसगढ़ सुशासन त्यौहार" जैसे अभियान निश्चित ही प्रदेश को समावेशी, पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन की दिशा में आगे ले जा रहे हैं।