छत्तीसगढ़ के किसी भी गाँव में उतर सकेगा मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर – शुरू हुआ सुशासन तिहार का तीसरा चरण
छत्तीसगढ़, 5 मई 2025 – राज्य में सुशासन को जमीनी स्तर तक पहुँचाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने "सुशासन तिहार" के तीसरे चरण की शुरुआत कर दी है, और इसके तहत एक बड़ा बदलाव सामने आया है — अब मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर राज्य के किसी भी गाँव में उतर सकेगा।
🚁 क्यों ज़रूरी था यह बदलाव?
पहले राज्य में सीमित हेलीपैड ही थे, जिससे मुख्यमंत्री या अन्य अधिकारियों को केवल गिने-चुने स्थानों तक ही पहुँचने की सुविधा मिलती थी। लेकिन अब सुशासन तिहार के तहत ग्राम स्तर तक पहुँचने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे मुख्यमंत्री सीधे गांववासियों से संवाद कर सकें।
📌 क्या है 'सुशासन तिहार'?
‘सुशासन तिहार’ एक ऐसा अभियान है, जिसका उद्देश्य सरकारी योजनाओं और सेवाओं को ग्राम पंचायत स्तर तक पहुँचाना है। इसमें राज्य सरकार के अधिकारी, मंत्री, और अब खुद मुख्यमंत्री भी सीधे ग्रामीणों से मिलते हैं, उनकी समस्याएँ सुनते हैं और मौके पर ही समाधान देते हैं।
🛫 हेलीकॉप्टर लैंडिंग की नई व्यवस्था:
राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि:
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गाँवों में अस्थायी हेलीपैड तैयार रखें।
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सुरक्षा और टेक्निकल मंज़ूरी के अनुसार गाँवों की सूची बनाई जाए।
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मुख्यमंत्री और अन्य VIP की सीधी पहुँच सुनिश्चित की जाए।
🎯 तीसरे चरण की खास बातें:
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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अब सीधे उन गाँवों में उतरेंगे जहाँ अब तक कोई मुख्यमंत्री नहीं पहुँचा था।
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योजनाओं का ऑन-द-स्पॉट निरीक्षण होगा।
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पंचायत स्तर पर सीधे समाधान और घोषणाएँ की जाएंगी।
🌱 जनता को क्या लाभ?
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लोगों को राजधानी तक जाने की ज़रूरत नहीं होगी।
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सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग गाँव में ही होगी।
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गाँवों की समस्याएँ मुख्यमंत्री के सामने रखी जा सकेंगी।
🔍 निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री विश्नुदेव साय का यह कदम छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में एक बड़ा बदलाव लाने वाला है। सुशासन तिहार अब सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि ग्राम तक पहुंचती शासन व्यवस्था का प्रतीक बन चुका है।