यह एक शानदार विषय है, खासकर छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को लेकर। नीचे महंत राजा दिग्विजय दास जी की 93वीं जयंती के आयोजन पर आधारित एक छोटा सा ब्लॉग/समाचार लेख है जिसे आप अपनी वेबसाइट PrinshiTech.com या सोशल मीडिया पर उपयोग कर सकते हैं:
महंत राजा दिग्विजय दास की 93वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई | राजनांदगांव
राजनांदगांव, छत्तीसगढ़:
राजनांदगांव रियासत के अंतिम शासक महंत राजा दिग्विजय दास की 93वीं जयंती 25 अप्रैल 2025 को श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर शहर में विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत राजमहल परिसर में राजा दिग्विजय दास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कई गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, इतिहासकारों और विद्यार्थियों ने इस आयोजन में भाग लिया।
महंत राजा दिग्विजय दास: एक संक्षिप्त परिचय
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जन्म: 25 अप्रैल 1932
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निधन: 22 अगस्त 1958
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शासन काल: 1940 से 1947 (कम उम्र में शासन संभाला)
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वे राजनांदगांव रियासत के अंतिम शासक थे।
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शिक्षा, कला और संस्कृति के क्षेत्र में उन्होंने कई अहम योगदान दिए।
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छत्तीसगढ़ में दिग्विजय स्टेडियम, दिग्विजय कॉलेज, और राजमहल उनकी स्मृति से जुड़े हुए हैं।
कार्यक्रम में क्या-क्या हुआ?
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भजन-संध्या और संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
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स्कूली बच्चों द्वारा राजा साहब के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत
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इतिहासकारों ने उनके जीवन और योगदान पर व्याख्यान दिया
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स्वास्थ्य शिविर और भोजन वितरण का आयोजन
राजनांदगांव के लोगों के लिए यह आयोजन सिर्फ एक जयंती नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पहचान और इतिहास से जुड़ाव का प्रतीक बन चुका है।